नाराज छात्राएं नारेबाजी करते हुए सड़क पर बैठ गईं और उन्होंने कॉलेज के अंदर जाने का रास्ता रोक दिया। खबर मिलने पर सिटी कोतवाली टीआई भूपेंद्र मणि पांडेय फोर्स के साथ कॉलेज पहुंच गए। इस बीच परिषद के अन्य कार्यकर्ता कॉलेज के मुख्य द्वार पर तालाबंदी की कोशिश में आगे बढ़ने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो नोक झोंक और धक्का मुक्की शुरू हो गई।
महिला पुलिस बल छात्राओं को रोकने की कोशिश कर रहा था। लेकिन धक्का-मुक्की में छात्राएं और महिला पुलिस कर्मी दोनों ही गिर पड़ी। यह देख कर माहौल थोड़ा और गर्म हुआ। प्रदर्शनकारी छात्राओं तथा परिषद कार्यकर्ता और जोश में आ गए। बाद में पुलिस ने गेट को अंदर और बाहर दोनों तरफ से घेर लिया। घंटे भर से अधिक समय तक चले प्रदर्शन के बीच कॉलेज की प्राचार्य नीलम रिछारिया प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंची और उन्होंने उनकी बातें सुन कर ज्ञापन लिया। प्राचार्य ने छात्राओं को भरोसा दिलाया कि वे उनकी मांग विश्वविद्यालय प्रशासन तक पहुंचाएंगी।
प्राचार्य नीलम रिछारिया ने बताया कि नई शिक्षा प्रणाली ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया गया है। जिसके अनुसार क्वालिफाइंग मार्क्स से एक अंक कम होने पर भी स्टूडेंट का स्कोर जीरो हो जाता है। इस सिस्टउम के कारण प्रथम वर्ष की कई छात्राओं को शून्य अंक मिले थे। जिसे लेकर पहले भी उन्होंने प्रदर्शन किया था। कुछ के अंक सुधर गए लेकिन फिर भी कई छात्राओं के अंक उतने ही रह गए। इस बीच पूरक परीक्षा की डेट आ गई। स्टूडेंटो ने सप्लिमेंट्री की फीस ज्यादा होने पर भी आपत्ति जताया है।