शिवराज जी आपकी पुलिस बेलगाम हो रही है

कटनी। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की खाकी वर्दी अब पूरी तरह बेलगाम होती जा रही है। बड़वारा थाने की प्रभारी रश्मि सोनकर का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि कटनी के कुठला थाना में पदस्थ 100 डायल का आरक्षक सुर्खियों में आ गया। 
जानकारी के मुताबिक कटनी जिले के थाने में खाकी वर्दी धारी दहशत का माहौल बनाने में लगे हुए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यदि यही दहशत आम जनता की जगह अपराधियों में फैलाई जाती तो पुलिस की पीठ थपथपाने में कोई गुरेज नहीं होता। लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि पुलिस की वर्दी का खौफ अपराधियों में तो कहीं देखने को नहीं मिल रहा, अलबत्ता पुलिस से आम जनता भयभीत जरूर दिखाई दे रही है?

गौरतलब है कि बड़वारा थाना प्रभारी रश्मि सोनकर पर बीते दिनों बड़वारा थाना क्षेत्र अंतर्गत मुहास निवासी सोमवती पति राजू कुम्हार के द्वारा थाने में बेरहमी से पिटाई का आरोप लगाते हुए पुलिस कप्तान को लिखित शिकायत देते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी जिसकी अब तक कार्रवाई तो दूर की बात जांच तक की पहल नहीं की गई। बड़वारा थाना प्रभारी के मामले में कुछ निष्कर्ष निकलता इसके पहले ही एक और मारपीट का मामल कुठला पुलिस का आ गया। 
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुठला थाना अंतर्गत इंदिरा नगर निवासी रजनी निषाद ने पुलिस कप्तान को लिखित शिकायत देते हुए आरोप लगाया है कि 22 जून की रात लगभग 1:30 बजे उसका बेटा क्रांति निषाद अपने रिश्तेदार नीरज निषाद को रोड़ तक छोड़ने गया था, तभी हंड्रेड डायल पुलिसकर्मी कमल यादव ने किसी राजा निषाद की झूठी शिकायत पर क्रांति की लट्ठ से बेदम पिटाई कर दाहिना हाथ तोड़ दिया गया। सबसे मजेदार बात यह है कि पुलिसकर्मी कमल यादव के द्वारा मारने के बाद घायल क्रांति का इलाज कराने इस शर्त पर तैयार हुआ कि पीड़ित पक्ष उसके कारनामे की शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से ना करें।
पीड़ित परिजन ने बताया कि पुलिसकर्मी कमल यादव ने घायल हुए शांति की मलहम पट्टी भी कराई यह सोच कर कि उसकी शिकायत पुलिस के आलाधिकारियों से नहीं की जाएगी।
पुलिसकर्मी कमल के द्वारा इतनी बुरी तरह मारा गया कि जिला अस्पताल में डॉक्टरी परीक्षण में हाथ फैक्चर होना बताया गया है। जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस कप्तान को लिखित शिकायत देते हुए अतिशीघ्र उचित कार्यवाही की आस में बैठे हैं।

क्या कहते इस मामले कुठला थाना प्रभारी अरविंद जैन

इस विषय मे जब थाना प्रभारी से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि क्रंति से जब टीआई जैन ने पूछताछ की तो उसने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है, झगड़ा हमारा दारू पीकर 1:30 बजे हुआ था। तो सामने वाले 100 डायल को फोन लगा दिया था। तो पुलिस गई थी तो मैं खुद ही गिरा था भागते हुए। बाकी जांच में के बाद सच्चाई सामने आ ही जाएगी।

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