कटनी। नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों ने महापौर के आदेशों और निर्देशों को न मानने की जैसे कसम खा रखे हैं। आपको बताते चलें कि 14 जुलाई को महापौर प्रीती संजीव सूरी ने नगर निगम जल प्रदाय शाखा के अधिकारियों को एक निर्देश जारी किया था। लेकिन ननि अधिकारियों ने महापौर के उस निर्देश को कचरे की टोकरी में डाल निर्देश को रौंदने का काम कर दिया है। जिससे आज तक जल प्रदाय विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने किसी भी तरह के महापौर के निर्देश पर कार्रवाई तो दूर की बात तब्बजो तक देना उचित नहीं समझा। सबसे बड़ी बात ये है कि निर्देश जारी करने के बाद खुद महापौर ने भी अपने ही दिए हुए निर्देश पर किया गया पालन के बारे में जानने की कोशिश क्यों नहीं की ये बात समझ से परे है।
गौरतलब है कि महापौर श्रीमती प्रीति संजीव सूरी ने वर्षाकाल के दौरान जल स्त्रोतो से प्रदाय किये जाने वाले पेयजल के नमूनों का सतत् परीक्षण करने के निर्देश नगर निगम की जल प्रदाय शाखा के अधिकारियों को दिए थे। उन्होंने कहा था कि कई बार अतिवृष्टि एवं बाढ़ के कारण जल प्रदूषित हो जाता है, उन्होंने निर्देश दिए थे कि जिन जल स्त्रोतों से नगर में आमजन को पेयजल प्रदाय किया जाता है उस जल का वर्षाकाल के दौरान सतत् परीक्षण किया जाए, ताकि नागरिकों को दूषित जल से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए थे कि पेयजल दूषित न हो इसके लिए किये जाने वाले प्रबंधन की कार्यवाही उच्च प्राथमिकता से की जाये। इसके साथ ही पेयजल स्त्रोतो से जल प्रदाय लाईनो के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में शीघ्रता पूर्वक मरम्मत करते हुए पेयजल प्रदाय किया जाए।
महापौर श्रीमती सूरी ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया था कि बारिश के दौरान ज्यादातर बीमारियां प्रदूषित जल का उपयोग करने से ही फैलती है इसलिए आवश्यक है कि पेयजल स्त्रोतों हैंडपंप, ट्यूबवेल, कुओं सहित अन्य जल स्त्रोतों के आसपास पर्याप्त दवा का छिड़काव किया जाना सुनिश्चित किया जाए। बावजूद इस ओर न तो जल प्रदाय शाखा के अधिकारियों ने कोई ठोस कदम उठा हो रहे दूषित पेयजल की सप्लाई पर ध्यान दिया न तो महापौर ने दुबारा संज्ञान लेना उचित समझा। जिसका नतीजा ये हुआ कि आज तक नलों से घरों में सप्लाई किए जाने वाला दूषित, गंदा एवं बदबूदार पानी पीने के लिए आमजन मजबूर होकर कई तरह की बीमारी मुफ्त में लेने के लिए विवश हैं। और नगर निगम के अधिकारी मिनरल वाटर से अपना और अपने परिवार की प्यास बुझा मदमस्त हैं। जनता मरती और बीमार होती हो तो इनकी बला से।