जन संपर्क अधिकारी 2023 में मनाएंगे 21 का आजादी पर्व का जश्न

कटनी।  इंसान की याददाश्त एक उम्र के पड़ाव में आने से कमजोर होना लाजमी हो जाती है। तभी तो सरकार ने भी सरकारी नौकरशाहों की सेवानिवृत्त की उम्र भी तय कर रखी है। ताकि शासकीय कार्य बड़ी ही सूझ बूझ और बिना किसी गलती के किया जा सके। लेकिन चौकानें वाली बात ये है कि समय से पहले किसी की याददाश्त का कमजोर होना सरकार की नैया डुबोने के लिए पर्याप्त है। इसी तरह का अजब गजब कारनामा कटनी के जन संपर्क अधिकारी का देखने को मिला जो सरकारी विभागों के अलावा पत्रकारों और सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। 

आपको बताते चलें कि बीते बुधवार को स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह की तैयारियों के संबंध में एक बैठक का आयोजन किया गया था। जिसकी अध्यक्षता स्वंय कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद के समक्ष की गई। सबसे बड़ी और हैरत वाली बात ये है कि ये बात तो सभी को पता है कि हम 2023 के वर्तमान में सांसे ले रहे है और आने वाले विधानसभा चुनाव भी 2023 में होने है, जिसको लेकर तामम राजनैतिक पार्टियां दौरे से लेकर सभाएं तक करने में जुट गई है। लेकिन चुनाव के पहले हम 2023 में देश की आजादी 15 अगस्त के जश्न मनाने की तैयारी में भी जुट जाते है। सबसे अहम बात ये है कि सरकारी योजनाओं और उससे संबंधित समाचारों और जानकारी प्रदान करने का दमोमदार जन संपर्क अधिकारी का होता है। परंतु 2023 के परिवेश में जहां पूरा देश सांस ले रहा है हमारे कटनी के जन संपर्क अधिकारी खुद तो दो वर्ष पीछे चले गए कोई बात नहीं लोकतंत्र है ये आपका अपना विवेक हो सकता है, लेकिन पूरे देश वासियों को तो वर्तमान में रहने दीजिए जनाब। हमारे आजाद भारत को 76वीं वर्षगांठ मनाने से क्यों वंचित कर रहे है। लेकिन ये जनाब तो 2023 में 2021 की आजादी मनाने में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं ये महाशय तो प्रेस नोट भी रिलीज कर दिए वो भी अधिकारियों के साथ कलेक्टर सभाकक्ष में बैठक करके।

 जन संपर्क अधिकारी प्रेस नोट में लिखते है बुधवार को कलेक्टर अवि प्रसाद की अध्यक्षता में 15 अगस्त 2021 (स्वतंत्रता दिवस ) मुख्य समारोह आयोजन की तैयारियों के संबंध में बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में जिला पंचायत के सी.ई.ओ शिशिर गेमावत ने जिले में स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम गरिमापूर्ण तरीके से संपन्न कराने सहित कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए। अब प्रेस नोट पढ़ने के बाद तमाम् अधिकारी इस उधेड़बुन में हैं कि तैयारी 15 अगस्त 21 की करनी है जो की आजदी का पर्व मनाया जा चुका है या फिर तैयारी 15 अगस्त 2023 की करना है जो आने वाला है। हठधर्मिता तो तब हो गई जब त्रुटीवस यदि प्रेस नोट में 23 की जगह 21 प्रिंट हो गया है तो उसे दूसरा प्रेस नोट जारी कर भूलवश हुई त्रुटि सुधरना चाहिए लेकिन जन संपर्क महाशय इतना काम करना भी उचित नहीं समझे। क्या इसी तरह सरकार की नैया पार लगेगी या फिर डूबेगी भगवान ही जाने.?

No comments

Powered by Blogger.