क्या नगर निगम के बिजली विभाग को आई फ्लू हो गया है.?

कटनी। नगर निगम के बिजली विभाग के द्वारा रात के समय में गली - गली में अंधेरा कायम कर शहरवासियों की जान माल को खतरे में डालने का काम किया जा रहा है। तो वहीं दिन के उजाले में तमाम स्ट्रीट लाईटे चालू कर सूरज को चिढ़ाने का कर रहा है। आपको बता दे कि दो दिन से लगातार हो रही बारिश से व्यापारी वर्ग का जन जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। 

लेकिन किसानों के लिए राहत की बात है। जब इन दिनों बारिश का मौसम आता है तो अपने साथ तरह - तरह की बीमारी भी समेट लाता है। इन दिनों आई फ्लू नामक बीमारी ने अधिकतर लोगों की आंखों में चश्मा लगवा दिया है। उनका चश्मा लगना समझ में आता है लेकिन क्या नगर निगम के बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी आई फ्लू हो गया है। चलो हो भी गया है तो इसका ये मतलब तो नहीं कि कुछ भी दिखाई न दे रहा हो। 

अरे भाई ब्लैक चश्मा लगाने के बाद भी भले ही सूरज नहीं नजर आ रहा हो, भले ही सूरज को बादलों ने ढंक दिया हो लेकिन रोशनी तो फिर भी बिखरी हुई है।

 जिसके आंगे नगर निगम की स्ट्रीट लाईट एक जुगनू से ज्यादा कुछ भी नहीं है। तो भला दिन में स्ट्रीट लाईट को जला छोड़ देना बिजली की बरबादी करने के पीछे क्या मंशा है। होगा फिर वही बिजली की कमी का रोना और रात में सड़क, गलियों में काला अंधेरा मंडराते हुए सभ्य लोगों को हर पल ख़ौफ जदा करता रहेगा।

अब ऐसा तो होगा नहीं कि रात के वक्त अंधेरी रातों में सुनशान राहों पर कोई शंहशाह तो आकर अबला को राह चलते आवारा सड़क छाप मजनुओं से बचा ले, या फिर किसी बेबस के साथ अंधेरा का फायदा उठाते हुए लुटेरों से बचाने आ जाये। 

इसलिए नगर निगम के बिजली विभाग के कर्मचारियों एवं ननि में एयरकंडीशनर ऑफिस में बैठे जनप्रतिनिधि भी नजर आने वाले चश्में से नजर दौड़ाते हुए दिन में बरबाद हो रही बिजली की खपत को बचाने की ओर पहल कर जनहित में कार्य करें।

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