दुर्भाग्य के कफन में लिपटा अमर शहीद राजा सरयू प्रसाद सिंह मेमोरियल चिकित्सालय का भविष्य
भू , शराब, वा रेत माफियाओं के आतंक से थर्राया विजयराघवगढ़ क्षेत्र।
कटनी/ वि.गढ़। इन दिनों पूरा विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र शराब, भू , वा रेत माफियाओं के आतंक से उद्वेलित है। राजनैतिक संरक्षण पर पूरे क्षेत्र में जंगलराज सा वातावरण निर्मित हो गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते अमर शहीद राजा सरयू प्रसाद सिंह मेमोरियल चिकित्सालय में विगत 3 वर्षो से रोगी कल्याण की बैठक ना होने के कारण अस्पताल की मूलभूत सुविधाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। शासकीय योजनाओं में राजनैतिक संरक्षण प्राप्त ठेकेदार वा अधिकारी बंदर बाट करके योजनाओं को पलीता लगा रहे है। वही दूसरी ओर विकास का ढोल पीटकर क्षेत्र में अमन चैन के रामराज्य का ढिंढोरा पीटकर जनप्रतिनिधि स्वयं अपनी पीठ ठोकने से पीछे नहीं रहते।
विजयराघवगढ़ की जीवन दायनी महानदी उमरार नदियों का सीना छलनी करके दिन रात अवैध रेत के उत्खनन परिवहन के चलते जनमानस में रोष तो उत्पन्न हो रहा है किंतु राजनैतिक वा प्रशासनिक संरक्षण के चलते क्षेत्र में माफियाओं द्वारा भय वा आतंक का वातावरण बनाकर निर्दोष लोगो पर झूंठे मुकदमे, हरिजन एक्ट के तहत जेल भेजकर तरह तरह से प्रताड़ित किया जाता है।
विजयराघवगढ़ क्षेत्र में अवैध रेत का उत्खनन वा परिवहन से लगभग एक करोड़ रुपए की रेत निकासी की जाती है। जिसमें खनिज विभाग की राजस्व चोरी खुले आम की जाती है । महानदी में दिन रात पोकलेन मशीनें लगाकर रेत माफियाओं द्वारा रेत का अवैध कारोबार बंदूक की नोक पर किया जा रहा है।
विजयराघवगढ़ क्षेत्र में सुनियोजित तरीके से स्वास्थ्य वा शिक्षा व्यवस्था को तहस नहस करके जनप्रतिनिधि अपना राजनैतिक उल्लू साधने पूरे क्षेत्र में जंगलराज सी स्थिति निर्मित कर दी गई है। विजयराघवगढ़ शासकीय महाविद्यालय वा उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल के बच्चे विगत तीन चार वर्षो से रोड की मांग सड़को पर उतरकर करते आ रहे है, किंतु यहां के जनप्रतिनिधि के कानो में जू तक नहीं रेंगती। वहीं दूसरी ओर काया कल्प योजना के तहत नगर में निजी भूमियों में गुणवत्ता विहीन सड़को में पैसे की बंदर बांट चल रही है।
क्षेत्र में पीने के नाम पर कई करोड़ की नलजल योजनाओं के तहत पाईप बिछाकर नगर वा ग्रामीण सड़कों को तहस नहस कर दिया गया है, किंतु आज तक किसी एक गांव को भी पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है।
क्षेत्र में बोकारो स्टील माइंस में जिनकी जमीनें गई उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा। डोकरिया बुजबुजा में हजारों किसानों की जमीनों को लेकर किसान आंदोलित हो रहे है। सांघी सीमेंट में भी किसान दुर्जनपुर, परसवारा, जमुआनी, चरी, कारीतलाई में अपनी जमीनों को बचाने संघर्ष कर रहे हैं। किंतु राजनैतिक संरक्षण के चलते किसानों को न्याय नहीं मिल पा रहा।
विजयराघवगढ़ क्षेत्र में जंगलराज के चलते जनमानस में भय वा आतंक निर्मित करने में स्वयं जनप्रतिनिधि भ्रष्ट व्यवस्था के पोषक बनकर जनता को रिस - रिस सिमटती जिंदगी जीने को मजबूर करके अपना व्यापारिक, राजनैतिक उल्लू साधने में माहिर हो चले है।
विजयराघवगढ़ से पंडित
सुरेन्द्र दुबे की रिपोर्ट
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