कटनी। भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि देश - प्रदेश की आवाम को मूर्ख समझते हैं, या मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं.? जनता गवाह है जब से केंद्र से लेकर राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार काबिज हुई है आज तक झूठ, फरेब और छलावा के अलावा जनता के साथ किया ही क्या है। इस बात की बानगी कटनी के भाजपा जनप्रतिनिधियों से समझी जा सकती है जो सरकार के साथ गठजोड़ कर कटनी की जनता को सब्जबाग दिखा कर गुमराह करने का काम बड़ी ही चालाकी के साथ कर गुजरने में माहिर हैं।
गौरतलब है कि भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कटनी में शासकीय मेडिकल कॉलेज खोलने की बात की थी। मुख्यमंत्री के बदलते ही शिवराज की घोषणा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दम तोड़ दी। जिसके बाद नए मुख्यमंत्री मोहन याद ने 23 अगस्त को एक होटल में हुए माइनिंग कॉन्क्लेव कार्यक्रम में कटनी को मेडिकल कॉलेज की सौगात देने की बात कही जिससे जिले की आवाम को अच्छे एवं मुफ्त ईलाज की उम्मीद जागी थी।
लेकिन 25 अगस्त को मेडिकल कॉलेज बनने का रास्ता सरकार ने साफ तो किया, लेकिन आम जनमानस को बेवकूफ बनाते हुए शासकीय मेडिकल कॉलेज की जगह थमा दिया गया पीपीपी यानि पब्लिक पाटर्नरशिप प्राइवेट मोड़ का मेडिकल कॉलेज का झुनझुना। अब कटनी और आसपास जिले से आने वाले मरीजों की और भी ज्यादा फजीहत होना तय है। कटनी की चार विधानसभा में भाजपा के चार विधायक हैं। मुड़वारा संदीप जायसवाल, विजयराघवगढ़ संजय पाठक, बहोरीबंद प्रणय पांडेय एवं बड़वारा विधानसभा के धीरेन्द्र बहादुर सिंह के अवाला लोकसभा सांसद विष्णुदत्त शर्मा बावजूद कटनी की जनता के साथ छलावा करते हुए जरा भी शर्म नहीं आई कि आखिर कटनी की जनता को ये मेडिकल कॉलेज के नाम पर क्या सौगात दे रहे हैं.? सरकारी अस्पताल में पहले क्या कम मरीज परेशान हैं जो एक और खाज के साथ पीपीपी मोड़ मेडिकल कॉलेज की खुजली दे गई.? धन्य है कटनी जिले के विधायक और खजुराहो लोकसभा के सांसद एवं भाजपा सरकार।