पत्रकारों ने DSP से मंगवाई माफी, तो लाठी खाने वाले युवक ने SDM के खिलाफ त्यागे चप्पल - जूता
कटनी। मध्यप्रदेश का कटनी जिला भी अजब गजब है। इससे भी गजब हैं यहां के आंदोलन और प्रदर्शनकारि। इनका विरोध करने का तरीका भी निराला है। बात यदि पत्रकार के स्वाभिमान कि की जाए तो पुलिस को घुटने के बल लाकर हाथ जोड़ माफी मंगवाने का जिगरा भी रखते हैं.? तो वहीं दूसरी ओर जब पुलिस ने सनातनियों पर लाठी बरसाई तो उसका विरोध नंगे पैर रहने का संकल्प लेते हुये किया जाने लगा। ताजा मामला महिला थाने से जुड़ा हुआ है। जहां बीते शनिवार की रात डीएसपी प्रभात शुक्ला जैसा राजपत्रित अधिकारी कटनी के पत्रकारों को हल्के में लेते हुए उड़ता तीर लेने की कोशिश किया था.? नतीजा तमाम पत्रकार और पुलिस बल के सामने हाथ जोड़ माफी की भिक्षा मांगनी पड़ी।
दूसरा मामला भाजपाइयों और विश्व हिंदू परिषद से लेकर बजरंग दल से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें कि हिंदुत्व और हिन्दू राष्ट का ढोल पीटने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में आखिर अपने ही हिन्दू सनातनियों पर जो धर्म की रक्षा की खातिर आंदोलित हैं, लाठी खाने के लिए मजबूर हैं। यदि हिन्दू धर्म की रक्षा करते हुए बदले में लाठी खाना पड़े तो भाजपा अपने गाल बजाना बंद कर दे.? साथ ही हिन्दू, हिंदुत्व और हिन्दू राष्ट्र बनाने के नाम पर धर्म रक्षकों को बलि का बकरा न बनाये।
आपको बता दें कि कटनी रेलवे स्टेशन के बाहर वर्षों पुराने बने हनुमान और राम दरबार मंदिर के सामने हिटलरशाही तरीके से मजबूत दीवार खड़ी कर दी गई। रेल यात्रा करने वाले सैकड़ों यात्री अपनी यात्रा शुरू करने से पहले स्टेशन के बाहर बने इस मंदिर में दर्शन कर यात्रा शुरू करते हैं। लेकिन रेल प्रशासन ने लोगों की भावना को रौंदते हुए दिवार खड़ी कर हर उस हिन्दू की भावना को ठेस पहुंचाने का काम किया है जो इस मंदिर में आस्था रखते हैं। आपको बता दें कि रेल प्रशासन के द्वारा मंदिर के सामने दिवार खड़ी कर मंदिर के अस्तित्व को ही खत्म कर दिया है। मंदिर का अस्तित्व और धर्म प्रेमियों की आस्था को ध्यान में रखते हुए सैकड़ो की तादात में इकट्ठा हो कर विश्व हिंदू परिषद एवं हिंदू सनातनियों ने 25 मई को दिवार को तोड़ कर हटाने का प्रयास किया।
लेकिन कटनी एसडीएम के इशारे पर आरपीएफ पुलिस ने तमाम सनातनियों पर बर्बरता पूर्वक वाटर केनन का इस्तेमाल कर लाठी बरसाते हुए किसी का सिर फोड़ा, तो किसी का हाथ तोड़ा। प्रदर्शनकारी गए तो थे दीवार तोड़ने, दीवार तो नहीं तोड़ पाये बदले में पुलिस ने इन्हें ही तोड़ फोड़ कर वापस भेज दिया। कटनी एसडीएम के इशारे में किया गया लाठीचार्ज का आक्रोश सनातनी इन्द्र मिश्रा ने प्रण बना लिया कि जब तक कटनी एसडीएम को नहीं हटाया जाता वह बिना चप्पल जूता यानि नंगे पैर रहेगा। इस हिदू सनातनी का गुस्सा इस कदर बढ़ रहा है कि मई , जून की चिलचिलाती धूप में भी नंगे पांव सड़को पर घूम - घूम कर कटनी एसडीएम को हटाए जाने की गुहार लगातार शासन प्रशासन से लगा रहा है। लेकिन प्रशासन तो दूर की बात हिंदुत्व का राग अलापने वाली भाजपा सरकार को भी मंदिर के सामने खड़ी दिवार और नंगे पांव मंदिर के अस्तित्व को बचाने वाले सनातनी का दर्द दिखाई नहीं दे रहा।
इस सनातनी इन्द्र मिश्रा ने चप्पल जूतों का त्याग कर एक प्रकार से भाजपा के मुंह पर तमाचा मारने का काम किया है। साथ ही मंदिर के सामने बनी दिवार और कटनी एसडीएम को हटाए जाने के बाद ही ये शख्स अपने नंगे पैरों को चप्पल नसीब होने देगा। अब देखना ये है कि इन्द्र मिश्रा का संकल्प पूरा होता है, या फिर रेल प्रशासन और सरकार के नाकारापन के आगे हथियार डाल देगा। देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा।
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