गये थे खुजली मिटाने और खाज लेकर आ गए, DSP शुक्ला ने पत्रकारों से कहा तेरे बाप का थाना है क्या.? फिर जो हुआ
कटनी। कहते है जिस पर शनि की वक्र दृष्टि पड़ जाए तो समझो उसका सत्यानाश होना निश्चित है.? लेकिन यहां तो पुलिस विभाग के डीएसपी प्रभात शुक्ला ने शनिवार, वो भी रात के वक्त ऐसे पत्रकार से पंगा ले लिया जो अपने आप मे शनि नहीं तो शनि से कम भी नहीं है। अरे डीएसपी साहब पंगा लेने से पहले इस टोपी वाले पत्रकार के बारे में जांच पड़ताल तो कर लिए होते, तो शायद आपको पूरे पुलिस महकमे के सामने लानत मलानत तो ना उठानी पड़ती। खैर जो भी हुआ पत्रकारों के हित में हुआ। और इसके लिए शायद आप बधाई के हकदार भी हैं कि आपकी की ओछी हरकत से आज कटनी के पत्रकारों की पूरे प्रदेश में चर्चा की जा रही है।
लेकिन एक बात तो साफ हो जाती है कि एक तरफ जब सीएसपी ख्याति मिश्रा अपने पिता की सगी नहीं हुई तो भला आप जैसे पुलिस अधिकारी से भी उम्मीद क्या की जा सकती है। लेकिन पत्रकार न तो ख्याति के सगे वाले थे और ना आपके के रिस्तेदार हैं। रही थाना की बात तो आपके बाप का भी नहीं है। पत्रकारों से पंगा लेने का नतीजा देख कर यदि फिर भी कुछ सबक नहीं लिया तो फिर आपका कुछ नहीं हो सकता। यूं ही हाथ जोड़कर अपनी फजीहत कराने को तैयार रहें।
रवि कुमार गुप्ता : जन आवाज
( संपादक )
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